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Showing posts from December, 2021

What different religions says for Paap, Punye

 पाप-पुण्य को लेकर मान्यताओं की तुलना # ईसाइयत -  प्रत्येक व्यक्ति जन्म से पापी होते हैं, क्योंकि सृष्टि के आदि में हव्वा और आदम ने बाइबिल के ईश्वर के आदेश की अवमानना की थी । इसलिए ईश्वर ने हव्वा को शाप देकर पापी करार दिया था । इस पाप से बचाने वाला केवल एक मात्र ईसा मसीह है, क्योंकि वह पापों को क्षमा करने वाला है । इसलिए केवल ईसा मसीह पर विश्वास लाने वाला ही स्वर्ग का अधिकारी होगा । इसलिए ईसा मसीह को मानो और अपने पाप से मुक्ति प्राप्त करो । क्योंकि केवल ईसा मसीह ही मुक्ति प्रदाता है । पापों को करने से रोकने के स्थान पर ईसा मसीह पर विश्वास को अधिक महत्व दिया गया है । यह मान्यता एक पाखंड के समान दिखती है, कि यदि कोई व्यक्ति कोई भी पाप कर्म न करे मगर ईसा मसीह पर विश्वास न करे तो भी वह नरक में जायेगा, क्योंकि वह जन्म से पापी है । # इस्लाम -  पाप न करने के लिए कुछ आयतों के माध्यम से सन्देश अवश्य दिया गया है । परन्तु पाप को न करने से अधिक महत्व इस्लाम की मान्यतों को दिया गया है । मुस्लिम समाज के लिए आचरण से अधिक महत्वपूर्ण मान्यताएं हैं । जैसे ईद के दिन निर्दोष पशुओं की हत्या करना उनके लिए प

Kashi Vishvanath dham inauguration Dev Depawali View

 काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण पर दीपों से जगमग होगा उत्तर प्रदेश, शिव के आह्वान के साथ बनारस में होगा लेजर शो काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद शहर में देव दीपावली का नजारा होगा।  इस नजारे को देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर की शाम को खिड़किया घाट से अस्सी घाट तक जल विहार करेंगे। 900 करोड़ की लागत से बन रहा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, परिसर में बनेंगे 24 भवन, गंगा तट से जुड़ेगा मंदिर ◆  काशी विश्वनाथ धाम के अलौकिक, ऐतिहासिक और अद्भुत आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दुनिया के तीन हजार विशिष्ट जन साक्षी बनेंगे। ◆  वाराणसी की भव्यता में चार चांद लगाने वाले काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का काम पूरा हो चुका है। ◆  कॉरिडोर का निर्माण कार्य कुछ इस तरह पूरा होगा कि एक वक्त में दो लाख श्रद्धालु आ सकेंगे। परिसर की टेरेस से लोग गंगा भी देख सकेंगे। कॉरिडोर की लागत 900 करोड़ रुपये है। ◆  तराशे गए मकराना मार्बल से सात तरह के पत्थरों से कॉरिडोर को भव्य रूप दिया गया है।  ◆  कॉरिडोर 5,27,730 वर्ग फीट भूमि पर बन बनाया गया है।  ◆  30 महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रोजे

What is the source of Energy in Universe?

 प्रेम  और रिश्ते  -प्रेम ही सृष्टि की   मूल उर्जा है । हम अपने हृदय मे जितना प्रेम महसूस करते है हमे उतना ही प्रेम मिलता है । -प्रेम एक रेडियो स्टेशन  की  तरह है । यह प्रसारण परमपिता परमात्मा  की  ओर से हर समय प्रसारित होता रहता है । बस हमे इस प्रसारण को हर समय सुनना  है और वह हम तब सुन सकेंगे जब हम खुद प्रेम की  फ्रेक्वेन्सी  पर होगे अर्थात हमारे मन मे प्रेम होगा । -अगर आप अपने को प्रेम से भरपूर रखे  और दूसरो को प्रेम दे तो आप दुनिया के सब से अधिक शक्तिशाली व्यक्ति होगे । महाशक्ति अमेरिका  के राष्ट्रपति से भी अधिक शक्तिशाली होगे । सारा विश्व आप को सलाम  करेगा। -अगर आप कोई सार्थक सम्बन्ध बनाना चाहते  है तो ऐसे व्यक्तियों की तलाश छोड़ दो और खुद सार्थक बन जाओ तब सभी व्यक्ति आप के जीवन मे सार्थक सिध्द  होगे ।अगर दूसरे व्यक्ति ऐन  मौके पर बदल जाते  है  तो इसका सीधा सा अर्थ है कि अभी आप के जीवन मे सार्थकता नही आई है । -लोग अपने जीवन मे आदर्श साथी की खोज मे लगे रहते है और वह  उन्हे नही मिलता इसका  सीधा सा कारण यह है कि अभी  आप  खुद  आदर्श नही बने  है जैसा वह साथी चाहता है । जिस दिन आप  खुद

What are the necessities for life and success?

 -सांस और विद्युत  - मनुष्य को जीवित रहने के लिये और सफलता प्राप्त करने के लिये दो चीजो की  जरूरत होती है । एक है सांस और दूसरा  है संकल्प । -शरीर को स्वस्थ रखने के लिये समस्त शक्तियां  सांस से मिलती है । सांस है तो हम जिंदा  है । सांस रुक जाये तो हम मृत घोषित कर दिये जाते  है । -यह जो हम सांस लेते है, इस के अन्दर विद्युत होती है, जिसे जीवनी विद्युत कहते है। इस विद्युत के  लगातार मिलते रहने से हमारा शरीर ठीक कार्य करता है । जब इस विद्युत मे अवरोध आता है तो शरीर के कुछ  हिस्सों को यह नहीं मिल पाती, जिस से शरीर के उस भाग मे बीमारी पैदा  हो जाती है  । प्राणायाम के माध्यम  से विद्युत शरीर के सभी भागो  मे पहुंच  जाती है, जिस से हम फ़िर नीरोगी हो जाते है । -नाक के भीतर उसके अंतिम भाग मे कुछ  तंतु होते है जो सांस द्वारा ली गई हवा मे से विद्युत छांटते है । -फेफड़ों के अन्दर भी  यह तंतु होते है जो हवा से विद्युत छांटते है । -चमड़ी के अन्दर जो छोटे  छोटे  छेद होते है वह भी  हवा में से विद्युत खींचते है । शरीर के अन्दर जो टूट फूट होती है उसे पसीने के रुप मे चमड़ी  इन्ही पोरों से बाहर निकालती   है । -

Aarthik Pareshani rahti hai to kya kare

 🌷 आर्थिक परेशानी रहती हो तो 🌷 🏡 जिनके घर में हमेशा पैसो का अभाव रहता है , गरीबी रहती है - वराह पुराण में बताया है कि मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा (05 दिसम्बर 2021 रविवार को) सुबह जल्दी भगवान विष्णु के कुछ नाम जप करें .... दीप आदि जला कर और मानसिक पूजन करें : 🌷 ॐ वैश्वा नराय नमः 🌷 ॐ अग्नये नमः  🌷 ॐ हवीर भुजे नमः  🌷 ॐ द्रवीणोदाय नमः 🌷 ॐ समवरताय नमः 🌷 ॐ ज्वलनाय नमः  🌷 सर्दियों में ख़ास गोमूत्र पान 🌷 💪🏻 शरीर की पुष्टि के साथ शुद्धि भी आवश्यक है | गोमूत्र शरीर के सूक्ष्म-अतिसूक्ष्म स्त्रोतों में स्थित विकृत दोष  को मल–मुत्रादि के द्वारा बाहर निकाल देता है | इसमें स्थित कार्बोलिक एसिड कीटाणुओं व हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करता है | इससे रोगों का समूल उच्चाटन करने में सहायता मिलती है | गोमूत्र में निहित स्वर्णक्षार रसायन का कार्य करते है | अत: गोमूत्र के द्वारा शरीर की शुद्धि व पुष्टि दोनों कार्य पूर्ण होते है | 🍺 सेवन विधि : प्रात: २५ से ४० मि.ली. (बच्चों को १०–१५ मि.ली.) गोमूत्र कपडे से सात बार छानकर पियें | इसके बाद २–३ घंटे तक कुछ न लें | ताम्रवर्णी गाय अथवा बछड़ी का मूत

How to become successful

 अनंत ऊर्जा : सफलता के लिए कल से थोड़ा बेहतर करना पड़ता है― एक बार मुझसे किसी ने कहा था जो मैं कभी नहीं भूलता कि यदि तुममें कुछ पाने की भूख है तो तुम कभी संतोषी नहीं हो सकते इसलिए मैं हमेशा अपने अंदर किसी न किसी तरह की भूख बनाए रखता हूं यह भूख मुझे मनचाही चीजों को पाने के लिए प्रेरित करती है ...… सफलता रातों रात नहीं मिलती यह तब मिलती है जब आप कल की तुलना में आज थोड़ा बेहतर करते हैं यह थोड़ा-थोड़ा जुड़कर ही सफलता के रूप में सामने आता है बॉडी बिल्डिंग के मामले में दो व्यक्ति मेरे आदर्श रहे हैं सिल्वेस्टर स्टेलोन और अर्नोल्ड श्वार्जनेगर ...… मैंने सोचा मैं भी इनकी तरह बॉडी बना सकता हूं इसके लिए मैंने काम करना शुरू किया लेकिन मजेदार बात यह है कि है बॉडी बिल्डिंग में मैने अपनी अलग पहचान बनाई कहने का मतलब यह है कि बोलने से ज्यादा आपका काम आपकी पहचान होना चाहिए ...… बड़े लक्ष्य बनाने से कभी न डरें मेहनत कभी भी बेकार नहीं जाती यदि आज हम वो काम करते हैं जो दूसरे नहीं करेंगे तो कल हम वो कर लेंगे जो वो कभी नहीं कर सकते ...… यदि आप वास्तव में कुछ करना चाहते हैं तो आप कोई न कोई रास्ता खोज ही लेंगे

Rishtey kaise Nibhay Jaate Hai

 रिश्ते निभाने का ढंग है त्याग ...… जो तुम्हारे बिना भी खुश हो उसे सताया न करो रिश्ते निभाने का यह भी एक ढंग है रिश्ते निभाने में दो बातें होती हैं- भोग और त्याग ...… बहुत से लोगों के लिए रिश्ते इन्स्ट्रूमेंट हैं वे यंत्र की तरह रिश्तों का इस्तेमाल करते हैं मनुष्य का शरीर मिला है तो भोग की कामना तो होगी ही भोग और विलास तो इस शरीर के लिए भोजन व नींद की तरह जरूरी हैं लेकिन इसके लिए रिश्तों को हथियार न बनाया जाए ...… रिश्ते निभाने का दूसरा ढंग है त्याग जिस दिन यह तासीर बन जाती है रिश्ते सुगंधित हो जाते हैं रिश्ते के वृक्ष को फूलने-फलने में त्याग खाद और पानी दोनों का काम करता है भोग यदि प्राथमिकता है तो रिश्ते निभाए जाएंगे त्याग यदि प्राथमिकता है तो रिश्ते जिए जाएंगे ...… निभाने और जीने में फर्क है रिश्तों को भोग की ओर ले जाता है मन और त्याग की तरफ ले जाता है हृदय किसी फकीर ने लिखा है- धरती फाटे मेघ मिले कपड़ा फाटे डोर, तन फाटे को औषधि मन फाटे नहीं ठोर; यदि धरती फट जाए तो आसमान का पानी उसे भर देता है, कपड़ा फटे तो धागे से सिला जा सकता है, किसी का तन फट जाए तो औषधि काम की है, लेकिन मन यदि फ

क्रिप्टो क्रिश्चियन in India

 क्रिप्टो क्रिश्चियन भारत मे ऐसे बहुत से काकूरे-क्रिश्चियन हैं जो सेक्युलरवाद, वामपंथ और बौद्ध धर्म का मुखौटा पहन कर हमारे बीच हैं। भारत में ईसाई आबादी आधिकारिक रूप से 2 करोड़ है और अचंभे की बात नहीं होगी अगर भारत मे 10 करोड़ ईसाई निकलें अकेले पंजाब में अनुमानित ईसाई आबादी 10 प्रतिशत से ऊपर है। पंजाब के कई ईसाई, सिख धर्म के छद्मावरण में है, पगडी पहनतें है, दाढी, कृपाण, कड़ा भी पहनतें हैं पर सिख धर्म को मानते हैं पर ये सभी गुप्त-ईसाई हैं। बहुत से क्रिप्टो-क्रिश्चियन आरक्षण लेने के लिए हिन्दू नाम रखे हुए हैं,  इनमें कइयों के नाम राम, कृष्ण, शिव, दुर्गा आदि भगवानों पर होते हैं जिन्हें संघ के लोग भी सपने में गैर-हिन्दू नहीं समझ सकते । जैसे कि पूर्व राष्ट्रपति के आर नारायणन, जो जिंदगी भर दलित बन के मलाई खाता रहा और जब मरने पर ईसाई धर्म के अनुसार दफनाने की प्रक्रिया देखी तो समझ में आया कि ये क्रिप्टो-क्रिश्चियन था ।  देश में ऐसे बहुत से क्रिप्टो-क्रिश्चियन हैं जो हिन्दू नामों में हिन्दू धर्म पर हमला करके सिर्फ वेटिकन का एजेंडा बढ़ा रहें हैं। हम रोजमर्रा की ज़िंदगी मे हर दिन क्रिप्टो-क्रिश्चि

Corona Vaccine Certification in one minute

 सभी जगह कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट मांगा जा रहा है।✔️ केवल एक मिनीट में सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए 👉🏻📱9013151515 यह नंबर अपने मोबाईल में सेव कर लीजिए... फिर व्हॉटसप पर Certificate टाईप करें! तुरंत आपके नंबर पर OTP आएगी, उसे तुरंत नंबर पर भेज दे! कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र आपको मिल जाएगा!!  यह केंद्र सरकार का एक बहुत बढ़िया जनहितकारी उपक्रम है..!! 📄यहां से आप सभी अपना कोरोना सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं, बिना किसी विलंब के..!!😊👍🏻👌🏻🚩 #धन्यवाद।।

Ayodya, Pryag, Kashi, Mathura - Maratho ki Sanghrsh Gatha

 अयोध्या, प्रयाग, काशी, मथुरा: ‘हिन्दू पद पादशाही’ के लिए मराठों की संघर्ष गाथा 🚩अयोध्या विवाद पर आए फैसले से भगवान श्री राम की भूमि वापिस पाने का सदियों पुराना हिन्दू स्वप्न पूरा होने जा रहा है। बर्बर जिहादियों से यह पवित्र भूमि वापिस पाने के लिए सैकड़ों सालों में अनगिनत प्रयास हुए हैं। लेकिन दुर्भाग्यवश एक भी प्रयास सफल नहीं रहा। इसके बाद भी अयोध्या-मथुरा-काशी की पुण्यत्रयी और तीर्थराज प्रयाग हमेशा से हिंदवी स्वराज्य के सपने का अभिन्न अंग रही और मराठाओं ने इन्हें पाने के लिए अथक प्रयास किए। 🚩मराठों की योजनाएँ पठानों के साथ सफ़दर जंग की दूसरी लड़ाई (1751-52) में मराठाओं ने निमंत्रण पाने पर साथ दिया और फतेहगढ़ की लड़ाई जीतने के बाद होल्कर ने तीनों पवित्र स्थान पेशवा को सौंपे जाने की माँग की। लेकिन उस समय वह माँग पूरी न कर उन्हें केवल धन दे दिया गया। मराठों ने उस समय ज़्यादा चिल्ल-पों इसलिए नहीं की, क्योंकि वे भी लम्बी रणनीति पर चल रहे थे। उन्होंने सफ़दर जंग का साथ देते हुए भी पठानों का पूरा सफाया नहीं किया और उन्हें जंग के प्रतिद्वंद्वी मुस्लिम के रूप में रहने दिया, ताकि बँटे मुस्लिम धड़ों क

Rejender Babu's Confiedence 3 December in History

 3 दिसम्बर/जन्म-दिवस आत्मविश्वास के धनी राजेन्द्र बाबू बिहार के एक विद्यालय में परीक्षा समाप्ति के बाद कक्षाध्यापक महोदय सबको परीक्षाफल सुना रहे थे। उनमें एक प्रतिभाशाली छात्र राजेन्द्र भी था। उसका नाम जब उत्तीर्ण हुए छात्रों की सूची में नहीं आया, तो वह अध्यापक से बोला - गुरुजी, आपने मेरा नाम तो पढ़ा ही नहीं। अध्यापक ने हँसकर कहा - तुम्हारा नाम नहीं है, इसका साफ अर्थ है तुम इस वर्ष फेल हो गये हो। ऐसे में मैं तुम्हारा नाम कैसे पढ़ता ? अध्यापक को मालूम था कि वह छात्र कई महीने मलेरिया बुखार के कारण बीमार रहा था। इस कारण वह लम्बे समय तक विद्यालय भी नहीं आ पाया था। ऐसे में छात्र का अनुत्तीर्ण हो जाना स्वाभाविक ही था। लेकिन वह छात्र हिम्मत से बोला - नहीं गुरुजी, कृपया आप सूची को दुबारा देख लें। मेरा नाम इसमें अवश्य होगा। अध्यापक ने कहा - नहीं राजेन्द्र, तुम्हारा नाम सूची में नहीं है। तुम इस बार उत्तीर्ण नहीं हो सके हो।  राजेन्द्र ने खड़े होकर ऊँचे स्वर में कहा - ऐसा नहीं हो सकता कि मैं उत्तीर्ण न होऊँ। अब अध्यापक को भी क्रोध आ गया। वे बोले - बको मत, नीचे बैठ जाओ। अगले वर्ष और परिश्रम करो। पर

Suksham Shareer and Third Eye Relation

 सूक्ष्म शरीर  और दिव्य नेत्र  -संसार के सारे कार्य आंखो  के द्वारा हो रहे है.। कल्पना करो अगर आंखे  न  होती तो यह संसार कैसा होता ? -जब भी  हम किसी दूसरे से 15 सेकेंड  से ज्यादा आइ कान्न्टेक्ट करते है तो उसका असर हमारे पर  और हमारा असर उस  पर होता है । -अगर हमारे विचार  सात्विक है और शक्तिशाली है और सामने वाले के नाकारात्मक विचार  कम है तो उस पर हमारे विचारो का असर होगा और वह अच्छा बनने लगेगा । -अगर हमारे सात्विक विचार  कम शक्तिशाली है और सामने वाले के नाकारात्मक विचार ज़्यादा शक्तिशाली है तो उस का प्रभाव हमारे पर होगा और हम नाकारात्मक काम करने को प्रेरित होगे । -इसलिये अनजान व्यक्ति से आंखें  मिला कर बात नहीं करनी चाहिये । अगर करते है तो अपनी शक्ति को कमजोर कर रहे होते है  । -नाकारात्मकता का ज़रा सा अंश भी  हमारे सूक्ष्म  दिव्य नेत्र को कमजोर करता  है । -अगर हम दिव्य नेत्र को शक्तिशाली बनाना चाहते तो हमें अपने ईष्ट को कल्पना मे देखते हुये उसकी आंखो मे ध्यान लगाना चाहिये ।  इसका  प्रभाव सूक्ष्म दिव्य नेत्र पर  पड़ता  है । -दूसरो को देखते हुये मन मे भृकुटी के बीच  आंखो के पीछे   बिंदू क

Skandpuran Ke Anusaar Amavasya Ka Mahtav

  स्कन्दपुराण‬ के प्रभास खंड के अनुसार 🌷 "अमावास्यां नरो यस्तु परान्नमुपभुञ्जते ।। तस्य मासकृतं पुण्क्मन्नदातुः प्रजायते" 🍲 जो व्यक्ति ‪अमावस्या‬ को दूसरे का अन्न खाता है उसका महिने भर का पुण्य उस अन्न के स्वामी/दाता को मिल जाता है। 🌷 समृद्धि बढ़ाने के लिए 🌷 🌙 कर्जा हो गया है तो अमावस्या के दूसरे दिन से पूनम तक रोज रात को चन्द्रमा को अर्घ्य दे, समृद्धि बढेगी । 🙏🏻 दीक्षा मे जो मन्त्र मिला है उसका खूब श्रध्दा से जप करना शुरू करें  , जो भी समस्या है हल हो जायेगी । 🌷 खेती के काम में ये सावधानी रहे 🌷 🚜 ज़मीन है अपनी... खेती काम करते हैं तो अमावस्या के दिन खेती का काम न करें .... न मजदूर से करवाएं | जप करें भगवत गीता का ७ वां अध्याय अमावस्या को पढ़ें ...और उस पाठ का पुण्य अपने पितृ को अर्पण करें ... सूर्य को अर्घ्य दें... और प्रार्थना करें " आज जो मैंने पाठ https://youtu.be/giDc36hFvSQ  किया ...अमावस्या के दिन उसका पुण्य मेरे घर में जो गुजर गए हैं ...उनको उसका पुण्य मिल जाये | " तो उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पति बढ़ेगी |

Why hate for Ambani, Adani and Respect for Pichai, Parag

 अंबानी-अडानी के लिए घृणा और नडेला-पिचाई-पराग के लिए वाह-वाही: भारतीयों के दोहरे मापदंड भारत में रहकर भारत के लिए काम करने वालों को केवल अपशब्द मिलते हैं! पराग अग्रवाल के ट्विटर प्रमुख बनते ही व्हाट्सऐप वारियर्स, रंग बहादुर बनकर उभरे। लोगों ने अमेरिका द्वारा उपलब्ध कराए जा रही रोजगार की सुविधा पर ध्यान दिया। लोगों ने बहुत प्रशंसा भी की और यह बताना चाहा कि अगर कहीं मौके की बात आती है तो अमेरिका सबसे ऊपर है। “अंबानी-अडानी ने देश के लिए 20 नडेला, 200 पिचाई और 1000 परागों के 10 गुना से अधिक संपत्ति और नौकरियां पैदा की हैं, फिर भी उन्हें केवल सोशल मीडिया पर नफरत मिलती है। हम एक ऐसे राष्ट्र हैं जो ब्रेन ड्रेन की चिंता करते हैं और देश में धन बनाने वालों को कोसते हैं।” ■  भारत के वो बुद्धिजीवी जो अडानी-अम्बानी का विरोध करते रहते हैं, असल में वो और कुछ नहीं बल्कि कुंठा के चलते ऐसे विरोध करते है। वो खुद कुछ नहीं कर सकते हैं और भारत मे रिलायंस-जिओ की वजह से डेटा सस्ता है, इसलिए ये ऐसा काम मजे से करते रहते हैं। ■  इस नफरत के पीछे सिर्फ राजनीति की जाती है और यह हमारे समाज की मानसिकता को भी दिखाता ह

Can Elon Musk Spacex be Bankrupt

 एलन मस्क की स्‍पेसएक्‍स भी हो सकती है दिवालिया, टेस्ला के सीईओ ने क्‍यों कही ये बात? जानिए एलन मस्क (Elon musk) ने कहा है कि गंभीर वैश्विक मंदी के कारण स्पेसएक्स (SpaceX) भी दिवालिया हो सकती है. हालांकि इसकी संभावना नहीं है, लेकिन यह असंभव भी नहीं है. ■  स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्‍क कहा कि दुनियाभर में छाए चिप या सेमीकंडक्टर की कमी का संकट (Global Chip Crisis) टेस्‍ला जैसी एडवांस कार कंपनी के लिए भी परेशानी का सबब बना हुआ है. ■  इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्‍ला (Tesla) के संस्‍थापक एलन मस्क ने कहा कि अगर रैप्टर इंजन की समस्याओं को ठीक नहीं किया गया तो स्पेसएक्स दिवालिया होने के संभावित जोखिम का सामना कर सकता है. ■  “अगर एक गंभीर वैश्विक मंदी (Global Slowdown) के कारण पूंजी उपलब्धता कम हो जाती है, जबकि स्पेसएक्स को स्टारलिंक और स्टारशिप पर अरबों का नुकसान हो रहा है तो दिवालियापन की संभावना है.” ■  दुनियाभर में छाए चिप या सेमीकंडक्टर की कमी का संकट (Global Chip Crisis) टेस्‍ला जैसी एडवांस कार कंपनी के लिए भी परेशानी का सबब बना हुआ है. कंपनी के सीईओ Elon Musk तो इस कदर परेशान है कि उ

Vaidik Kaal Ka UP

 जानिए कैसा रहा होगा वैदिक काल का उत्तर प्रदेश..!! यह कहानी तब की है जब वर्तमान भारत के सबसे मुख्य राज्य की नीव तक नहीं रखी गई थी। एक समय तक भौगोलिक रूप से भारत का सबसे बड़ा राज्य रहे, उत्तरप्रदेश न सिर्फ़ आज बल्कि हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहा है। इस आकर्षण के पीछे बहुत बड़ा श्रेय राज्य की भौगोलिक स्थिति को जाता है। भारत की दो पवित्र नदियाँ गंगा व यमुना के मैदान, और भारत के मध्य में स्थित होने के कारण, यह राज्य अपेक्षाकृत अन्य राज्यों की तुलना में, पूरे उत्तरी भारत के इतिहास का केंद्र बिंदु रहा है। यही एक महत्वपूर्ण कारण भी है जिसने उत्तरप्रदेश के राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक वैभव को बढ़ाया है। भारतीय दृष्टिकोण से लिखे गए दो बेहद महत्वपूर्ण ग्रन्थ ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ की पृष्ठभूमि भी उत्तरप्रदेश ही रही है। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि उत्तरप्रदेश का इतिहास कितना पुराना होगा! हालाँकि, राज्य का यह नाम कुछ ही दशक पुराना है। यदि राज्य के इतिहास को सूक्ष्मतम रूप में समझना है तो  इसके लिए कई सौ शताब्दी पूर्व जाना होगा। इतने बड़े इतिहास को समेटने के लिए इतिहास और उससे जुड़ी घटनाओं को प

Hanumaan Ji ko Chola Chadane Ki Vidhi, Mantr, Benefits, Method, Samagri

 हनुमान जी को चोला चढ़ाने की विधि और लाभ 〰️〰️🌸〰️〰️🌸〰️〰️🌸〰️〰️🌸〰️〰️ हनुमान जी को चोला चढ़ाने के लाभ 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ श्री हनुमान जी को चोला चढाने से साधक को श्री हनुमान जी कृपा प्राप्त होती हैं ! ऐसा करने से श्री हनुमान जी प्रसन्न होते हैं ! हनुमान जी को चोला चढ़ाने से जातक के उपाय चल रही शनि की साढ़े साती, ढैया, दशा या अंतरदशा या राहू या केतु की दशा या अंतरदशा में हो रहे कष्ट समाप्त हो जाते हैं। साथ ही  साधक के संकट और रोग दूर हो जाते हैं ! जातक की दीर्घायु होती है। यह तो आप सब जानते है की भगवान श्री हनुमान जी भगवान शिव के ग्यारहवें रूद्र अवतार हैं ! हमारे हिन्दू धर्म में सिंदूर का महत्व बताया गया हैं ! ऐसे ही हमारे हिन्दू धर्म में की भी मान्यता हैं ! साधक श्री हनुमान जी को ख़ास कर सिंदूर का चोला चढाने से श्री राम जी की भी कृपा प्राप्त  होती हैं यह आपको रामायण में वर्णित मिल जायेगा। इस लेख को पढ़ने के बाद  आप हनुमान जी चोला चढ़ाने में आगे से कोई भी गलती नही होगी।  हनुमान जी को चोला चढ़ाने की सामग्री 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ हनुमान जी को चोला चढ़ाने के लिए श्री हनुमान जी वाला सिंदूर, ग

Gurudas Benerjee Jeevan Parichay in Hindi - 2 December in History

 2 दिसम्बर/पुण्य-तिथि                      मातृभक्त गुरुदास बनर्जी का जीवन परिचय  इन दिनों प्रायः लोग बड़ी डिग्री पाकर या ऊंची कुर्सी पर बैठकर अपने माता-पिता की सेवा और सम्मान करना भूल जाते हैं; पर श्री गुरुदास बनर्जी ने कोलकाता विश्वविद्यालय के उपकुलपति तथा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश होते हुए भी आजीवन अपनी माता की सेवा का व्रत निभाया। गुरुदास बनर्जी का जन्म 26 जनवरी, 1844 को कोलकाता में हुआ था। उन्होंने 1864 में स्वर्ण पदक के साथ गणित में एम.ए. किया। इसके बाद 1865 में बी.एल तथा 1876 में कानून में डॉक्टर की उपाधि (डी.एल.) प्राप्त की। वे कई वर्ष बहरामपुर कॉलिज में कानून के प्राध्यापक रहे। इसके बाद 1872 से वे कोलकाता उच्च न्यायालय में वकालत करने लगे। 1878 में वे कोलकाता वि.वि. में ‘टैगोर लॉ प्रोफेसर’ बने। इस पद पर रहकर उन्होंने हिन्दू विवाह कानून तथा स्त्रीधन विषय पर भाषण दिये। वे 1879 में कोलकाता वि.वि. के फैलो, 1887 में बंगाल विधान परिषद के सदस्य, 1888 में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और फिर मुख्य न्यायाधीश बनाये गये। शिक्षाशास्त्री होने के कारण वे दो वर्ष तक कोलकाता वि.वि. में उपकुलपति

Sasural Me Taklif ho to yeh upay kar le sab taklife dur ho jaayegi

 🌷 ससुराल में तकलीफ़ हो तो 🌷 👩🏻 सुहागन देवियाँ को अगर ससुराल में बहुत कष्ट है .... अपनी शुभ मनोकामनाएं पूरी न होने की पीड़ा है उनके लिए महर्षि अंगीरा के बताये अनुसार मार्गशीर्ष कृष्ण अमावस्या ( इस 04 दिसम्बर 2021 शनिवार को ) माँ पार्वती का स्मरण करते हुए उनको मन ही मन प्रणाम करें .... " हे माँ मैं अपने घर में सुख ... शांति ... और समृद्धि की वृद्धि हेतु ये व्रत कर रही हूँ "... सुबह ये संकल्प करें और ११ मंत्र से माँ पार्वती को प्रणाम करें .... 🌷 ॐ पार्वतये नमः  🌷 ॐ हेमवत्ये नमः  🌷 ॐ अम्बिकाय नमः  🌷 ॐ गिरीश वल्लभाय नमः 🌷 ॐ गंभीर नाभ्ये नमः 🌷 ॐ अपर्नाये नमः  🌷 ॐ महादेव्यै नमः 🌷 ॐ कंठ गामिन्ये नमः 🌷 ॐ क्षण मुखाये नमः 🌷 ॐ लोक मोहिन्ये नमः  🌷 ॐ मेनका कुक्षी रत्नाये नमः 🙏🏻 फिर भगवान गणपतिजी और कार्तिक स्वामी को मन ही मन प्रणाम कर दें ... हो सके तो ८ बत्ती वाला दीपक जलाएं .... और रात भर वो दीपक जलता रहे सुबह भले विसर्जन हो जाए । 🙏🏻  🌷 नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए 🌷  ➡ 04 दिसम्बर, शनिवार को अमावस्या है । 🏡  घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ ल

Jeetna Hai to sabse Pahle jeebh ko jeeto

 प्रेम और अपवित्र विचार  -साँस रोक कर भगवान   को याद करने से अपवित्र विचार  रुक जाते  हैं  । -ऐसे ही कोई भी अन्य नाकारात्मक वत्ति जैसे क्रोध , अहंकार, ईर्ष्या या आलस्य आदि मन में उठने लगे तो तुरंत साँस रोक कर भगवान को याद करो तो  वह वृत्ति ख़त्म हो जायेगी । -अपवित्र विचारो को ख़त्म करने की  दूसरी विधि यह है कि जब भी आप किसी से मिलें , लिंग या पुलिंग, तो उसके माथे  पर देखो । उस से आई कॉंटेक्ट नही करना । अगर हम किसी दूसरे से 20 सेकेंड से ज्यादा आई कॉंनटेक्ट करते हैं  तो आप का उस पर प्रभाव पड़ रहा होता है या उस का प्रभाव तुम्हारे पर पड़ रहा होता है । -माथा  आत्मा  का अकाल तख्त है । माथे  को न  सर्दी लगती है न गर्मी लगती है । -माथे  पर देखने से आकर्षण नही होता । आँखो से ऊपर लगभग दो इंच ऊँचाई पर माथे  के बीचो बीच  देखो  । इस तरह देखने से सामने वाले को यह भी नही लगेगा कि  आप उसको इग्नोर कर रहे है तथा  आकर्षण भी नही होगा । माथे  पर देखने से यह नही लगता  कि यह मेल का माथा  देख रहे है या   फीमेल का । -अगर किसी व्यक्ति को आप मन में  याद करते हैं  या याद आता है तो भी मन से उसके माथे  पर ही देखो ।

Desi Green Fuel Se Jet Udenge

आत्मनिर्भर भारत: बायो-जेट फ्यूल टेक्नोलॉजी को मिलिट्री की मंजूरी, देसी ईंधन से चलेंगे देश के विमान https://www.gnttv.com/amp/india/story/indian-military-approval-bio-jet-fuel-technology-countrys-aircraft-will-run-home-made-fuel-318543-2021-11-29 अब इस ग्रीन फ्यूल का इस्तेमाल भारतीय मिलिट्री विमानों में किया जा सकेगा. ये मंजूरी बताती है कि बायो-फ्यूल सेक्टर में भारत आगे बढ़ रहा है और आत्मनिर्भर हो रहा है. ■  बायो-जेट फ्यूल (Bio Jet Fuel) के उत्पादन के लिए सीएसआईआर-आईआईपी देहरादून की घरेलू तकनीक को इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) ने मंजूरी दे दी है. अब इस ग्रीन फ्यूल का इस्तेमाल भारतीय मिलिट्री विमानों में किया जा सकेगा.  ■  दरअसल, फ्यूल किसी भी विमान की लाइफलाइन होता है और इसीलिए इसे चुनने में काफी मूल्यांकन करना पड़ता है. भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (सीएसआईआर-आईआईपी) द्वारा बनाई गयी इस टेक्नोलॉजी के पिछले तीन सालों में कई टेस्ट्स और ट्रायल्स हुए हैं.  ■  ये मंजूरी भारतीय आर्मी को अपने सभी विमानों में स्वदेशी तकनीक का उपयोग करके बायो-जेट फ्यूल का उपयोग करने में सक्षम बनाएगी.  ■  इस बायो-जेट फ्यूल क

Kya MSP ki Guarantee Dena Sahi Hai

 सामने बीजेपी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी थे उन्होंने कहा कि एमएसपी की गारंटी सिर्फ कुछ ही फसलें उगाने वाले किसानों को ही क्यों मिलनी चाहिए? फिर तो मछुआरे को भी मछली की कीमत की गारंटी मिलनी चाहिए, झींगा पालने वालों को झींगा की कीमत की गारंटी मिलने चाहिए, फैक्ट्री वालों को उनका माल बिकने का रेट का गारंटी मिलना चाहिए, दुकान वालों को रोज बिक्री की गारंटी मिलनी चाहिए, कुम्हार तो किसानों से भी ज्यादा मेहनत करता है, लोहार भी ज्यादा मेहनत करता है, फिर कुम्हार और लोहार को भी एक गारंटी मिलनी चाहिए ...… चाय उगाने वाले किसान, कॉफी उगाने वाले किसान, रबड़ उगाने वाले किसान, बागवानी करने वाले किसान, मधुमक्खी पालन करने वाले लोग यानि सरकार हर एक चीज की गारंटी दे दे और इन लोगों को थोड़ा बहुत अर्थशास्त्र पता है कि इससे अर्थव्यवस्था की क्या हालत होगी और कितना इनफ्लेशन आएगा??? देश में तो एक ही किसान तो हर चीज उगाता नहीं है किसान को मछली, शहद, फल, लकड़ी, बर्तन या फिर दूसरी चीजें बाहर से खरीदनी होती होंगी तो उनकी कीमत बढ़ जाएगी ...… जाहिर सी बात है किसान दूसरी चीजें महंगे रेट पर खरीदने को मजबूर हो जाएगा क्य

Fahim Shadi Ke Liye Hindu Bana Phir Dekhiye Kya Kiya

 शादी के लिए हिंदू बना फहीम, फिर इस्लाम कबूल करने का पत्नी पर बनाने लगा दबाव: गर्भपात करवाया… एक दिन छोड़कर भाग गया🚨 🔰उत्तर प्रदेश से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें आरोपित ने हिंदू बनकर शादी की और फिर पत्नी पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाने लगा। सुल्तानपुर जिले के फहीम कुरैशी पर पत्नी ने गर्भपात करवाने, बेसहारा छोड़कर भाग जाने और दूसरी शादी करने का भी आरोप लगाया है। उसे 28 नवम्बर 2021 (रविवार) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। 🔰पीड़िता का आरोप है कि विवाह के बाद फहीम उस पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाने लगा। इनकार करने पर उसको धमकी देता। धोखे से कई बार उसका गर्भपात करवाया गया। 🔰मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फहीम कुरैशी सुल्तानपुर जिले के नार्मल चौराहा का रहने वाला है। पीड़िता सुल्तानपुर के दरियापुर की रहने वाली है। उस पर पीड़िता का 10 साल तक यौन शोषण का आरोप है। कथित तौर पर पहले वह अपनी बहनों की निकाह का हवाला देकर शादी की बात टालता रहा। बाद में दबाव डालने पर वह उसने 2018 में हिन्दू धर्म स्वीकार कर शादी कर ली। साल 2019 में जब पीड़िता गर्भवती हुई तब फहीम ने उसे धोखे से गर्भपात की दवा खि

Government Cheese in USA गवर्नमेंट चीज इन यूएसए

माफियाओं के दबाव में आकर कुछ खास चीजों की एक मिनिमम सपोर्ट प्राइस की गारंटी देना कितना खतरनाक हो सकता है वह आप गूगल पर गवर्नमेंट चीज इन यूएसए लिखकर सर्च करिए ...… 1977 में अमेरिका के राष्ट्रपति जिमी कार्टर थे उस वक्त अमेरिका के डेरी उद्योग वालों ने जबरदस्त लॉबिंग करके अमेरिकी सरकार को यह मजबूर कर दिया कि वह दूध की एक सरकारी कीमत तैय करें और हर 6 महीने में दूध की कीमत बढ़ाने की गारंटी दे ...… जिम्मी कार्टर मिल्क लॉबी के दबाव के आगे झुक गए और उन्होंने दूध की एक मिनिमम सपोर्ट प्राइस तैय कर दी और यह भी गारंटी दे दिया कि हर 6 महीने में इसे 10% बढ़ाया जाएगा उसका नतीजा यह हुआ कि अमेरिका के किसान फल का उत्पादन या दूसरे सारे काम छोड़ कर डेयरी फार्मिंग करने लगे ...… अब इतनी ज्यादा दूध का उत्पादन हो गया कि अमेरिका सरकार के पास दूध रखने की जगह नहीं बची क्योंकि जाहिर सी बात है जिस चीज में फायदा होगा लोग उसे ही उगाने लगेंगे या लोग वही काम करेंगे और यदि डिमांड और सप्लाई का अनुपात बिगड़ जाएगा तब सब कुछ गड़बड़ हो जाएगा ...… फिर अमेरिका सरकार ने किसानों से कहा अब हम दूध नहीं खरीदेंगे बल्कि दूध के बदले च

Navab Malik Ka Jeevan Parichy in Hindi

 महाराष्ट्र: 1000 करोड़ मानहानि मामले में घिरे उद्धव ठाकरे के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक, कोर्ट ने जवाब के लिए दिया छह हफ्ते का समय आर्यन खान ड्रग केस में एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ एक के बाद एक खुलासे करने वाले एनसीपी नेता नवाब मलिक की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। ■   अब मुंबई की सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक की ओर से नवाब मलिक के खिलाफ 1000 करोड़ रुपये की मानहानि का मामला दायर किया गया है। ■  बैँक की ओर से अधिवक्ता अखिलेश चौबे ने बताया कि एक से चार जुलाई के बीच नवाब मलिक की ओर से बैंक के खिलाफ कई होर्डिंग्स मुंबई की सड़कों पर लगाए गए थे, इन होर्डिंग्स से बैंक की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है। ■  उन्होंने बताया कि बैंक की ओर से इस मामले में नवाब मलिक को नोटिस भी भेजा गया था, लेकिन उन्होंने होर्डिँग्स उतारने से इंकार कर दिया और नोटिस वापस लेने को कहा। इसलिए संबंधित मामले में सार्वजनिक रूप से माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।  ■  इस याचिका में ये भी कहा गया है कि मलिक और अन्य को बैंक से बिना किसी शर्त के माफी माँगनी चाहिए। इसके साथ ही बैंक पर जो आरोप लगाए है

Vasna Par Niyantran Kaise Rakhe?

 -वासना पर नियंत्रण  -कई. बार अपवित्र विचार  अर्थात वासना के विचार  बहुत तुफान मचाते  है । दिमाग  फटने को आता  है । गंदे विचारो से अशांति बढ़ जाती है और मनुष्य बहुत घटिया  हरकत कर बैठता  है  जिस से सामाज में नाक कटवा लेता  है ।  ये समस्या कभी न कभी प्रत्येक  व्यक्ति के जीवन में आती है जब वह न  चाहते हुए  भी अपवित्र विचारो को रोक नही पाता । कई बार ज्ञानी ध्यानी भी फेल हो जाते  है । विद्यार्थी भटक जाते  हैं  ।  -ऐसे विचारो को रोकने का कोई उपाय नज़र नही आता । लोग  कहने लगते हैं  ब्रह्मा  अपनी बेटी फर फिदा  हो गया था । देवता भी इस विकार को नही जीत सके हम तो सधारण मनुष्य है हम कैसे जीत सकते हैं  । -वासना के विचारो को जीतना असम्भव माना जाता है । -एक बात याद रखो काम विकार को हम केवल भगवान  की  याद से समूल नष्ट कर सकते हैं  । -परंतु सारी दुनिया भगवान  को याद नही करती । हम किसी पर जबरदस्ती नही कर सकते कि  आप भगवान को याद करो । -परंतु इस विकार से सारी दुनिया पीडित है । अतः  इस विकार से छूटना  चाहते हैं । क्या करें ? -सदा याद रखो दुनिया में कोई काम असम्भव नही होता । ऐसे ही इस असम्भव माने जाने वाल

Punjab, Bengal me virodh kyu hota hai?

 भारत की सीमाओं से लगे दो राज्य― पंजाब पश्चिम बंगाल बीएसएफ की कार्य सीमा का दायरा 50 किलोमीटर करने से केवल इन दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों को क्यों ऐतराज है??? नेपाल, चीन, म्यंमार, भूटान इत्यादि से जुड़े राज्यों को जरा भी आपत्ति नहीं ...… 1 लाख रुपये में मध्यम ड्रोन जो 3 से 6 किलो तक का भार लेकर उड़ जाता है इसमें हेरोइन जैसे मादक पदार्थ जिसकी कीमत 5 करोड़ प्रति किलो तक होती है पाकिस्तान से लगातार भेजी जा रही है एक ड्रोन से कितना आतंक, धरना, अराजकता फैलाई जा सकती है आसानी से समझा जा सकता है ...… दोहरा नुकसान देश का पहला भारत में unrest दूसरा युवा पीढ़ी को नशे में डुबा दो पूर्वी सीमा से गौ तस्करी व अवैध घुसपैठ प्रमुख खतरे बने हुये है ...… राज्यों को अपनी सीमा के अंदर सम्पूर्ण अधिकार है पर संविधान में बाह्य व आंतरिक सुरक्षा का सर्वाधिकार केंद्र के पास है ...… इन दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों का विरोध गंभीर संदेह पैदा करता है !!!!!!!!!

Why Study in India, Work for America

 भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक पराग अग्रवाल- ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ-सर्वोच्च कर्मी) बन गए है इस नियुक्ति के साथ अब गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एडोबी, IBM, पालो आल्टो  नेटवर्क्स जैसी टॉप आईटी कंपनियों की डोर भारतीय अमरीकियों ने संभाल ली है― इस नियुक्ति पर विश्व की सबसे बड़ी कार कंपनी- टेस्ला के संस्थापक एलोन मस्क ने ट्वीट किया कि भारतीय प्रतिभा से अमेरिका को बहुत फायदा हो रहा है ...… इसके अलावा मास्टरकार्ड, जर्मनी का Deutsche बैंक, पेप्सी, नोकिया इत्यदि कंपनियों के सीईओ भारतीय रह चुके हैं या है ...… लगभग सभी भारतीयों ने भारत में पढ़ाई की बाद में अमेरिका में उच्च शिक्षा जारी रखी और फिर निजी क्षेत्र में नौकरी करते हुए शीर्ष पर पहुँच गए ...… प्रश्न यह उठता है कि इन भारतीयों ने मार्क जुकेरबर्ग की तरह फेसबुक, ट्विटर, गूगल, स्नैपचैट जैसी कंपनी स्वयं क्यों नहीं बना ली? आखिरकार इन सभी कंपनियों का उदय पिछले 15 वर्षो में ही हुआ है जुकेरबर्ग ने फेसबुक की नींव हॉस्टल में डाली थी एप्पल कंप्यूटर एवं अमेजान गैराज में शुरू हुए थे आखिरकार ऐसी क्या कमी रह जाती है हम में??? कारण यह है कि हमारी शिक्ष

Kaun se 8 Mahayogi jo aaj bhi jeevit hai?

 ये हैं वो आठ योगी महापुरुष जो आज भी जीवित  और अमर माने जाते हैं 1. महावीर हनुमान –  अंजनी पुत्र हनुमान जी को अजर और अमर रहने के वरदान मिला है तथा इन की मौजूदगी रामायण और महाभारत दोनों जगह पर पाई गई है.रामायण में हनुमान जी ने प्रभु राम की सीता माता को रावण के कैद से छुड़वाने में मदद की थी और महाभारत में उन्होंने भीम के घमंड को तोडा था. सीता माता ने हनुमान को अशोक वाटिका में राम का संदेश सुनाने पर वरदान दिया था की वे सदेव अजर-अमर रहेंगे. अजर-अमर का अर्थ है की उनकी कभी मृत्यु नही होगी और नही वे कभी बूढ़े होंगे. माना जाता है की हनुमान जी इस धरती पर आज भी विचरण करते है. 2. अश्वत्थामा –  अश्वत्थामा गुरु द्रोणाचर्य के पुत्र है तथा उनके मष्तक में अमरमणि विध्यमान है. अश्वत्थामा ने सोते हुए पांडवो के पुत्रो की हत्या करी थी जिस कारण भगवान कृष्ण ने उन्हें कालांतर तक अपने पापो के प्रायश्चित के लिए इस धरती में ही भटकने का श्राप दिया था. हरियाणा के करुक्षेत्र और अन्य तीर्थ में उनके दिखाई दिए जाने के दावे किये जाते है तथा मध्यप्रदेश के बुराहनपुर में उनके दिखाई दिए जाने की घटना प्रचलित है. 3. ऋषि मार्कण

Masik Shivratri Par Bhagyody Ke Liye Kya Kare?

 कर्ज-मुक्ति के लिए मासिक शिवरात्रि 🌷 👉🏻 02 दिसम्बर 2021 गुरुवार को मासिक शिवरात्रि है। 🙏🏻  हर मासिक शिवरात्रि को सूर्यास्‍त के समय घर में बैठकर अपने गुरुदेव का स्मरण करके शिवजी का स्मरण करते- करते ये 17 मंत्र बोलें, जिनके सिर पर कर्जा ज्यादा हो, वो शिवजी के मंदिर में जाकर दिया जलाकर ये 17 मंत्र बोले।इससे कर्जा से मुक्ति मिलेगी 🌷 1). ॐ शिवाय नम: 🌷 2).ॐ सर्वात्मने नम:  🌷 3).ॐ त्रिनेत्राय नम: 🌷 4).ॐ हराय नम: 🌷 5).ॐ इन्द्र्मुखाय नम: 🌷 6).ॐ श्रीकंठाय नम: 🌷 7).ॐ सद्योजाताय नम: 🌷 8).ॐ वामदेवाय नम:  🌷 9).ॐ अघोरह्र्द्याय नम:  🌷 10).ॐ तत्पुरुषाय नम: 🌷 11).ॐ ईशानाय नम: 🌷 12).ॐ अनंतधर्माय नम: 🌷 13).ॐ ज्ञानभूताय नम: 🌷 14). ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नम: 🌷 15).ॐ प्रधानाय नम:  🌷 16).ॐ व्योमात्मने नम:  🌷 17).ॐ युक्तकेशात्मरूपाय नम:  🙏🏻 आर्थिक परेशानी से बचने हेतु 🙏🏻 👉🏻 हर महीने में शिवरात्रि (मासिक शिवरात्रि - कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी) को आती है | तो उस दिन जिसके घर में आर्थिक कष्ट रहते हैं वो शाम के समय या संध्या के समय जप-प्रार्थना करें एवं शिवमंदिर में दीप-दान करें । 👉🏻 और रात

Suksham Shareer and Divy Drishti Relation

 -सूक्ष्म शरीर  और दिव्य दृष्टि  -मानसिक विद्युत सूक्ष्म शरीर में अनंत मात्रा  में है । -हमारी आँखे सूक्ष्म शरीर तथा  मन की डायरेक्ट कर्म इन्द्रिय है । मन में हम जो सोचते है वह आँखो में तैरता  रहता है । -जब हम किसी को देखते है तो यह सूक्ष्म शक्ति प्रकाश का रुप धारण  कर लेती है और उस व्यक्ति को प्रभावित करती है, तथा  दूसरे व्यक्ति जब हमें देखते हैं  तो उनकी आँखो से निकला  हुआ प्रकाश हमें प्रभावित करता है । -हम जागृत अवस्था में सारे दिन भिन्न  भिन्न  वस्तुओं एवं व्यक्तियों को देखते रहते हैं  तथा  विभिन्न  कर्म करते रहते हैं  इस से हमारी मानसिक उर्जा आंखो  के द्वारा नष्ट होती रहती है । -स्थूल आँखे कुछ  दूरी तक देख सकती है । दूरबीन से और ज्यादा दूर  देख सकती  है । सूक्ष्म लोक में क्या हो रहा  है यह नहीं देख सकती  । दूसरे कमरे में क्या हो रहा  है, शहर  के दूसरे कोने में क्या हो रहा है, नहीं देख सकते, दूसरे  देशों में क्या हो रहा है नहीं देख सकते । -महा भारत  के युध्द  के समय संजय घर  बैठे बैठे युध्द  का हाल सुनाता रहा । कहते है यह सब दिव्य दृष्टि के कारण था । -यह दिव्य दृष्टि का केन्द्र दुन

Krishi Kanoon Bill Vapsi Bil Parit in Sansad

 कानून वापसी बिल पारित― लोकसभा में शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को तीन कृषि कानूनों की वापसी से सम्बन्धित विधेयक पारित कर सरकार ने अपने वादे को पूरा कर दिया प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु पर्व के अवसर पर राष्ट्र के नाम अपने सम्बोधन में कृषि कानूनो को वापस लेने की घोषणा की थी और यह भी आश्वस्त किया था कि शीतकालीन सत्र में इसे प्राथमिकता के आधार पर पारित कर दिया जायगा ...… केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने सदन में हंगामे के बीच विधेयक प्रस्तुत किया और यह पारित हो गया विपक्ष विधेयक पर चर्चा कराये जाने की मांग पर बेवजह अड़ा रहा कांग्रेस ने यह भी दलील दी कि 16 महीने पूर्व इन कानूनों का पारित होना अलोकतांत्रिक था वापसी का तरीका तो और भी अधिक अलोकतांत्रिक है ...… विपक्ष वापसी से पहले इस पर चर्चा की मांग करता है *सदन में चर्चाएं तो होती हैं लेकिन जब सरकार ने इन कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा कर दी तो फिर उस पर चर्चा कराने की मांग कितना औचित्यपूर्ण है* यह भी एक प्रश्न है? किसान संघटन और विपक्षी दल इन कानूनों की वापसी की पुरजोर मांग करते रहे और इसके समर्थन में सड़क पर आन्दो

Third Bullet Train from Mumbai

 मुंबई से दौड़ेगी एक और बुलेट ट्रेन, मुंबई-अहमदाबाद और मुंबई-नागपुर के बाद अब मुंबई-पुणे-हैदराबाद रूट पर शुरू हुआ काम मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर ने पकड़ी रफ्तार, नवसारी में 40 मीटर बॉक्स गर्डर की कास्टिंग शुरू 7 और बुलेट ट्रेन दौड़ेंगी देश में 【1】दिल्ली-नोएडा-आगरा-लखनऊ-वाराणसी (865 किलोमीटर की दूरी) 【2】दिल्ली-जयपुर-उदयपुर-अहमदाबाद (886 किलोमीटर की दूरी) 【3】मुंबई-नासिक-नागपुर (753 किलोमीटर) 【4】मुंबई-पुणे-हैदराबाद (711 किलोमीटर) 【5】चेन्नै-बेंगलुरु-मैसूर (435 किलोमीटर) 【6】दिल्ली-चंडीगढ़-लुधियाना-जालंधर-अमृतसर (459 किलोमीटर) 【7】वाराणसी- पटना-हावड़ा (680 किलोमीटर) मुंबई से अब एक और बुलेट ट्रेन दौड़ेगी. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के भूमि अधिग्रहण का काम लगभग खत्म होने के बाद मुंबई-नासिक-नागपुर मार्ग पर बुलेट ट्रेन शुरू करने की प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है. इसके बाद अब मुंबई-पुणे-हैदराबाद बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट की योजना पर भी काम तेजी से शुरू हो गया है. ◆ अब मुंबई-पुणे-हैदराबाद बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट की योजना पर भी काम तेजी से शुरू हो गया है.  ◆  नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन

Coraona Vaccine Dose Per State Data

 जो राज्य पर्याप्त लोगों को पहली और दूसरी डोज नहीं दे पाए हैं, वे अब बूस्टर डोज दिए जाने पर जोर दे रहे हैं ◆  खास बात ये है कि जो राज्य पर्याप्त लोगों को पहली और दूसरी डोज नहीं दे पाए हैं, वे अब बूस्टर डोज दिए जाने पर जोर दे रहे हैं ◆  इसके ठीक विपरीत बीजेपी शासित कम से कम 7 राज्यों ने पहली डोज का 90 प्रतिशत और दूसरी डोज के 50 प्रतिशत के आंकड़े को पार कर लिया है 【】वैक्सीन को लेकर जमकर हुई सियासत 【】कांग्रेस शासित राज्यों को प्रदर्शन खराब 【】बीजेपी शासित राज्यों ने किया बेहतर काम वैक्सीन को लेकर खूब हुई सियासत ◆  महामारी के दौरान सत्ता और विपक्षी सरकारों के प्रदर्शन का एक और उदाहरण सामने आया है ◆  वैक्सीन को लेकर खूब राजनीति हुई थी और वैक्सीन की खरीद और उसकी कीमत को लेकर भी काफी हाय तौबा मचा था ◆  लेकिन जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 साल से ऊपर के सभी हिंदुस्तानियों को मुफ्त वैक्सीन का ऐलान किया तब जाकर वैक्सीनशन में तेजी आई थी ◆  बावजूद इसके कई राज्य सरकारें मुफ्त की वैक्सीन को भी लोगों तक पहुंचाने में बहुत ज्यादा तेजी नहीं दिखा पाई हैं ◆  आंकड़ों के अनुसार कई विपक्षी दलों की सरकारों औ

Sansad Expenses Every Minute

 संसद की कार्यवाही में हर मिनट खर्च होते हैं 2.5 लाख से ज्यादा, एक हंगामे से होता है करोड़ों का नुकसान ◆  संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हुआ जिसके 23 दिसंबर तक चलने की उम्मीद है ◆  इससे पहले मानसून सत्र के दौरान कृषि कानून और पेगासस जासूसी कांड को लेकर जमकर बवाल हुआ था। जिस वजह से संसद की कार्यवाही में जमकर व्यवधान पैदा हुआ।  ◆  वैसे तो देखने में संसद का हंगामा आम लगता है, लेकिन उसके एक-एक मिनट का खर्च लाखों में होता है आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से- 70-80 दिन होता है काम ◆  भारतीय संसद में एक साल में सिर्फ तीन सत्र होते हैं, जो- बजट सत्र, मानसून सत्र और शीतकालीन सत्र हैं ◆  अगर इसमें से छुट्टियों को निकाल दिया जाए तो केवल 70-80 दिन काम होता है, लेकिन ये तभी संभव है जब विपक्षी दल हंगामा ना करें ◆  अब हर साल हंगामा पहले की तुलना में बढ़ता जा रहा है जिससे हर दिन टैक्सपेयर्स का करोड़ों रुपये बर्बाद होता है एक घंटे का खर्च करोड़ में ◆  वहीं खर्च की बात करें, तो संसद की एक मिनट की कार्यवाही का खर्च लगभग 2.6 लाख रुपये आता है इस हिसाब से एक घंटे की कार्यवाही का खर्च 1.5 करोड़ र

UPET Applicant Sleeping on Road - Fact Check

 ‘UPTET के अभ्यर्थियों को सड़क पर गुजारनी पड़ी जाड़े की रात, परीक्षा हो गई रद्द’: जानिए सोशल मीडिया पर चल रहे प्रोपेगंडा का सच ◆  सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जम कर वायरल हो रही है जिसके आधार पर दावा किया जा रहा है कि ये उत्तर प्रदेश में UPTET की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की तस्वीर है।  ◆  कई लोगों ने ये तस्वीर शेयर कर के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भाजपा सरकार पर निशानया साधा कहा गया कि जाड़े की रात अभ्यर्थियों को इस तरह से रात गुजारनी पड़ी और बाद में पता चले कि परीक्षा रद्द हो गई, तो आपको कैसे लगेगा? ◆  दरअसल UPTET की परीक्षा रद्द किए जाने की घोषणा के बाद इस तरह कि बातें की जा रही हैं ◆  अंत में यूपी पुलिस ने सच्चाई की जानकारी दी ये तस्वीरें दरअसल राजस्थान के बेरोजगारों की है ◆  राजस्थान सरकार इनकी नहीं सुन रही है, जिसके बाद ये उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित कॉन्ग्रेस दफ्तर के बाहर धरना देने पहुँचे थे ◆  प्रियंका गाँधी अक्सर रोजगार की बातें करती हैं और वो उत्तर प्रदेश में खासी सक्रिय हैं, ऐसे में ये मामला उनकी फजीहत करा सकता है ◆  लेकिन, इसे उलटा भाजपा के खिलाफ ही उपयोग किया जा र

Cow Gobar se Bijli in Britain

 ब्रिटेन में गाय के गोबल से बिजली पैदा कर रहे किसान.. 🟠 ब्रिटेन के किसान अब गाय के गोबर से बिजली पैदा कर के अच्छी कमाई कर रहे हैं। ये किसान गाय के गोबर का उपयोग कर के AA साइज की ‘पैटरी (बैटरी)’ तैयार कर रहे हैं। इन ‘Patteries’ को रिचार्ज भी किया जा सकता है। अब माना जा रहा है कि ये रिचार्जेबल ‘पैटरीज’ ब्रिटेन की रिन्यूवेबल एनर्जी की दिशा में एक बड़ा योगदान दे सकते हैं। अनुसंधान में सामने आया है कि 1 किलो गाय के गोबर से 3.75 kWh (किलोवॉट ऑवर) बिजली पैदा की जा सकती है। 🟠 एक किलो गाय के गोबर से पैदा हुई बिजली से एक वैक्यूम क्लीनर को 5 घंटे तक संचालित किया जा सकता है, या फिर 3.5 घंटे तक आप आयरन का उपयोग करते हुए कपड़ों पर इस्त्री कर सकते हैं। इन बैटरियों को ‘Arla’ नाम की डेयरी कोऑपरेटिव संस्था ने बनाया है। इस कार्य में ‘GP बैटरीज’ नाम की बैटरी कंपनी ने किसानों की मदद की है। दोनों कंपनियों ने बताया है कि एक गाय से मिलने वाले गोबर से 1 साल तक 3 घरों को बिजली दी जा सकती है। 🟠 इस हिसाब से देखा जाए तो अगर 4.6 लाख गायों के गोबर को एकत्रित किया जाए और ऊर्जा के उत्पादन में उनका उपयोग किया जाए तो इ

बिहार से 7-7 गाँवों की करेगी अदला-बदली: 25 किमी दूरी होगी कम

 यूपी सरकार का बड़ा फैसला, बिहार से 7-7 गाँवों की करेगी अदला-बदली: 25 किमी दूरी होगी कम, नहीं गुजरना पड़ेगा दूसरे राज्य से ✴️उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बिहार के साथ सीमा विवाद को खत्म करने के लिए एक अहम फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के सीमावर्ती गाँवों की अदला-बदली के बाद सीमा विवाद को खत्म करने के लिए यूपी सरकार अब बिहार से सटे सात-सात गाँवों की अदला-बदली करेगी।ये ऐसे गाँव हैं, जो यूपी और बिहार से सटे होने के कारण प्रशासनिक पेंच के कारण विकास में पिछड़ जाते हैं।  ✴️गाँवों की अदला-बदली के बाद समस्याएँ हल हो जाएँगी बिहार की सीमा से लगे कुशीनगर जिले के सात गाँवों के बगहा में और बगहा के सात गाँवों के यूपी के कुशीनगर जिले में शामिल होने से भूमि विवाद पूरी तरह खत्म हो जाएँगे। किसानों को खेती-बाड़ी करने में भी आसानी होगी। इन गाँवों में आने-जाने के लिए लोगों और प्रशासन को एक-दूसरे के राज्यों से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा। बाढ़ व अन्य आपदा के समय लोगों तक जल्द राहत पहुँचेगी। ✴️गाँवों के स्थानांतरण से विकास के साथ आवागमन का मार्ग प्रशस्त होगा और अतिरिक्त दूरी भी तय नहीं करनी पड़

Sansad Ka Sann - Krishi Kanun

 संसद का आज से शुरू होने वाला शीतकालीन सत्र हंगामेदार होने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है हालांकि सरकार के तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने और शीर्ष न्यायालय के पेगासस जासूसी कांड की जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति गठित करने के बाद यह मुद्दे भले ही न रह गये हों लेकिन एमएसपी पर विपक्ष किसानों के साथ खड़ा नजर आयेगा जबकि सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के साथ ही एमएसपी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए उच्चस्तरीय समिति गठित करने का ऐलान किया है ...… इसके बावजूद विपक्ष सरकार को कटघरे में खड़ा करने की रणनीति में जुटा हुआ है लखीमपुर की घटना के बहाने स्वराष्ट्र राज्यमंत्री के इस्तीफे की मांग के साथ ही महंगाई का मुद्दा जोर-शोर से उठाये जाने के कारण सदन के सुचारू संचालन की राह आसान नहीं होगी ...… जबकि संसद का शीतकालीन सत्र काफी महत्वपूर्ण होता है इसमें तीनों कृषि कानून जहां वापस लिये जायंगे वहीं बैंकों के निजीकरण और क्रिप्टोकरेंसी के नियमन जैसे महत्वपूर्ण विधेयक पेश किये जायेंगे ...… संसद का समय महत्वपूर्ण होता है और उसकी एक मिनट की कारवाई पर लगभग ढाई लाख रुपये खर्च आते जो जनता क

Bhushanpaal Jeevan Parichay, Biography in Hindi - 30 November in History

 30 नवम्बर/जन्म-दिवस धुन के पक्के भूषणपाल जी जीवन परिचय  भूषणपाल जी का जन्म 30 नवम्बर, 1954 को जम्मू-कश्मीर राज्य के किश्तवाड़ नामक नगर में हुआ था। उनके पिता श्री चरणदास गुप्ता तथा माता श्रीमती शामकौर थीं। चारों ओर फैली सुंदर हिमाच्छादित पर्वत शृंखलाओं और कल-कल बहती निर्मल नदियों ने उनके मन में भारत माता के प्रति प्रेम का भाव कूट-कूट कर भर दिया। उच्च शिक्षा प्राप्त कर उन्होंने कुछ समय किश्तवाड़ के भारतीय विद्या मंदिर में पढ़ाया; पर मातृभूमि के लिए कुछ और अधिक करने की इच्छा के चलते 1981 में वे प्रचारक बन गये। चार भाइयों में से तीसरे नंबर के भूषणपाल जी छात्र जीवन में ही संघ की विचारधारा में रम गये थे। उनका अधिकांश समय शाखा कार्य में ही लगता था। नगर की अन्य सामाजिक गतिविधियों में भी वे सक्रिय रहते थे। आपातकाल में कई स्वयंसेवकों के साथ सत्याग्रह कर वे कारागृह में भी रहे।  भारत में लोग चाहते हैं कि शिवाजी पैदा तो हो; पर वह अपने नहीं, पड़ोसी के घर में जन्म ले, तो अच्छा है। इस भूमिका के कारण ही हिन्दुओं की दुर्दशा है। सामान्यतः जब कोई युवक प्रचारक बनता है, तो उसके परिवारजन घर की समस्याओं और ज