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Showing posts from March, 2022

Swami Ramkrishan Paramhans Biography in Hindi

  स्वामी रामकृष्ण परमहंस                 (फाल्गुन शुक्ल द्वितीया/जयन्ती)                   मानवता के पुजारी स्वामी रामकृष्ण परमहंस एक अद्भुत सन्त थे. हिन्दू धर्म में परमहंस की उपाधि उसे दी जाती है, जो समाधि की अन्तिम अवस्था में होता है. उनमें कईं प्रकार की सिद्धियाँ थीं लेकिन वे सिद्धियों के पार चले गए थे.                   भारतभूमि को हमेशा से ही ऐसे महान संतों और योगियों का सानिध्य मिला है जिन्होंने इसकी संस्कृति को एक सही दिशा देने में निर्णायक भूमिका निभाई है. चाहे वह वाल्मिकी हों या रामकृष्ण परमहंस सभी ने भारत के सामाजिक ढांचे को और भी स्वच्छ एवं सुदृढ़ बनाने की दिशा में सराहनीय कार्य किए हैं.                    रामकृष्ण परमहंस ही वह गुरू थे जिनकी शिक्षा ने विवेकानंद जी को विश्व सेवा के लिए प्रेरित किया था. उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन दीन-दुखियों के उपकार में समर्पित कर दिया था.                   फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया (18 फरवरी, 1836) को कामारपुकुर नामक स्थान पर बालक गदाधर चट्टोपाध्याय ने जन्म लेकर संत रामकृष्ण परमहंस के रूप में दक्षिणेश्वर मंदिर, कोलकाता में पुजारी

क्या आपको पता है कि मन की गति सबसे तेज है?

 -सारा संसार एक निश्चित गति से चल रहा है । -धरती 29 कीलोमीटर प्रति सेकेंड की गति से चल रही है । -सौर मंडल के सभी ग्रह तथा  उपग्रह अपनी अपनी निछचित  गति के अनुसार  अपनी धुरी पर घूम रहे हैं ।  -ऐसे ही सूर्य एवम आकाश  गंगा भी  एक निर्धारित गति से चल  रही है । -पांचो  तत्व भी  हर समय चलते  रहते हैं । इनकी भी अलग अलग गति हैं ।  -कोई भी  ठोस वस्तु के सूक्ष्म अणु एलेक्ट्रोंन, न्युट्रान और प्रोटोन एक निर्धारित गति से घूमते रहते हैं । -सूक्ष्म शक्तियां,  विद्युत तथा  चुम्बकीय शक्ति,  रेडियो तरंगे, लेज़र तरंगे और अनेकों बलशाली सूक्षम  और स्थूल गैसे    भिन्न  भिन्न  गति से हर समय चलती रहती हैं । -आज तक जितनी भी  खोजे  हुई हैं उन के अनुसार प्रकाश की गति सब से तेज   है । प्रकाश  तीन लाख    किलोमीटर प्रति सेकेंड की गति से चलता  है । -यह माना गया है कि  मन भी  उसी तत्व से बना है जिस तत्व से सूर्य बना हुआ है । इस हिसाब से  मन की गति भी तीन लाख  किलोमीटर प्रति सेकेंड होनी चाहिये ।  -सूर्य से प्रकाश को धरती पर पहुचने मे आठ मिनिट लगते है । परंतु वास्तव मे मन   द्वारा  हम  एक सेकेंड से  कम समय मे सूर्य को

किसी की मृत्यु होने पर क्या करे?

 किसी की मृत्यु के वक्त 🌷 यह उपाय अवश्य करे. बहुत पुन्य मिलेगा आपको भी और मरने वाले की आत्मा को भी बहुत सहायता होगी. 🙏🏻 कहीं भी मृत्यु हो गई तो उसका तुम भला करना | तुलसी की सूखी लकड़ियां अपने घर में रख लो | कही भी अपने अड़ोस- पड़ोस में किसी की मृत्यु हुई तो उसके होठों पर, आँखों पर, शरीर पर, छाती पर तुलसी की सूखी लकड़ियां थोड़ी रख लो और तुलसी की लकड़ी से उसका अग्निदान शुरू करो | 🙏🏻 उसका कितना भी पाप होगा, दुर्गति से रक्षा होगी, नरकों से रक्षा होगी अथवा तुलसी की लकड़ियां न हो तो तुलसी की माला उसके गले में डाल दो, शव के.. मुर्दे के.. तो भी उसको राहत मिलेगी कर्मबंधन से | 🙏🏻 तुलसी के पत्ते उसके मुहँ में डाल दो | तुलसी का पानी जरा छिटक दो | हरी ॐ ॐ ॐ.. का कीर्तन कराओ | फिर हास्य न कराओ | हरी ॐ ॐ.. शांति ॐ.. तुम आत्मा हो | तुम चैतन्य हो | तुम शरीर नहीं हो | शरीर बदलता है | आत्मा ज्यों का त्यों | ॐ ॐ.. कुटुम्बियों को मंगलमय जीवन मृत्यु पुस्तक पढावो और कुटुंबी उसके लिए बोले क्योंकि मृतक व्यक्ति सवा दो घंटे के बाद मूर्छा से जगता है, जैसे आप मुर्दे को देखते हो, ऐसे ही वो अपने मुर्दे शरीर को द

Vighn Badhao Se Mukti Ke Liye Upay

  विघ्न- बाधाओं से मुक्ति हेतु क्या उपाय करे? 🙏🏻 ‘श्री’ माने सौंदर्य, ‘श्री’ माने लक्ष्मी, ‘श्री’ माने ऐश्वर्य, ‘श्री’ माने सफलता | ईश्वर के रास्ते चलने पर किसीके जीवन में विघ्न-बाधाएँ हों तो ‘श्री ॐ स्वाहा |’ इस मंत्र की एक माला रोज करने से विघ्न-बाधाएँ नष्ट होती हैं |

The KAshmir Files Film Reviews in Hindi

 ‘द कश्मीर फाइल्स का रिलीज होना शिया मुसलमानों पर सीधा वार’: ट्रेलर से ही हिले मौलाना कल्बे जवाद.. 🚨■■■■■■■■■■■■■🚨 🛑 शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने इस फिल्म के ट्रेल पर सख्त ऐतराज जताते हुए कहा कि अयातुल्लाह खामेनई की तस्वीर को सुनियोजित रूप से आतंकवाद से जोड़ना गलत है। उन्होंने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर को पत्र लिखकर कार्रवाई की माँग की है। उन्होंने कहा कि फिल्म के जरिए भारत और ईरान के रिश्ते को प्रभावित करने की भी साजिश की गई है। 🛑 इससे जुड़े विवाद पर निर्देशक अग्निहोत्री बोले, “दुनिया के किसी कोर्ट में, किसी भी महफिल में, किसी भी फोरम में, किसी भी प्लेटफॉर्म पर मैं इस फिल्म के एक-एक शॉट, उस शॉट के अंदर जो भी दर्शाया गया है, एक-एक डायलॉग, एक-एक कैरेक्टर की पूरी रिस्पॉन्सिबिलिटी अकेले लेने को तैयार हूँ। मैं इसे सौ-सौ रेफरेंस के साथ साबित कर सकता हूँ। इसलिए लोग उंगलियाँ तो बहुत उठाएँगे, क्योंकि हिंदुस्तान में इतने सालों से सबकी दुकानें चल रही थीं तो थोड़ा वो भी एक्सपोज होते हैं। इसकी कोई बात नहीं। फतवों जैसी इतनी बड़ी लड़ाइयाँ लड़ सकते हैं तो 10-12 लीग

भगवान विष्णु को कुत्ता कहने वाली किताब बं

 ♦️ राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में हिन्दू धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक पुस्तक बाँटी गयी। इस पुस्तक का नाम “हिन्दुइज़्म, धर्म या कलंक” है। यह पुस्तक एल आर बाली द्वारा लिखी गई है। इसे बाँटने का इल्जाम स्कूल की टीचर निर्मला कामड़ पर लगा है।  ♦️ हिन्दू धर्म के खिलाफ लिखी गई इस जहरीली किताब को हरे रंग में प्रिंट किया गया है। इसके तीनों भाग एक साथ ही हैं। इसमें सबसे ऊपर जवाहर लाल नेहरू के शब्द बताते हुए लिखा गया है कि, ‘हिन्दू धर्म निश्चित तौर पर उदार व सहनशील नहीं है। हिन्दू से ज्यादा संकीर्ण व्यक्ति दुनिया में कहीं नहीं है।’पुस्तिक में लिखा है कि विष्णु और कुत्ते में कोई अंतर नहीं। साथ ही उपनिषदों के मंत्रों को भी एन एन राय द्वारा उनके शब्दों में बताया गया है। साथ ही ब्रह्मा और विश्वामित्र के नामों के साथ बेहद अपमानजनक बातें कही गईं हैं। हिन्दू देवताओं के लिए ‘नायक नहीं खलनायक’ जैसे शब्द लिखे गए हैं।  🔊 हैरानी की बात यह है कि आरोपी शिक्षिका को अब तक राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है ऐसे में सवाल उठाया जाना चाहिए कि आखिर क्या किसी और धर्म ग्रंथ या किसी और धर्म के ईश्वर के बारे में ऐसी आपत्तिज

Kavach Rail Parikshan

शुक्रवार को तेलंगाना के सिकंदराबाद में ट्रेन टक्कर सुरक्षा प्रणाली "कवच" (Kavach) का परीक्षण किया गया ...… परीक्षण के दौरान 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से एक ट्रेन और एक इंजन को एक ही पटरी पर आमने सामने आते हुए चलाया गया जैसे एक ही पटरी पर दो ट्रेन आ रही हों ...… ट्रेन में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सवार थे और दूसरे इंजन में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ...… एक ही पटरी पर आमने सामने आ रहे ट्रेन और इंजन 'कवच' टेक्नोलॉजी के कारण टकराए नहीं और परीक्षण सफल रहा ...… कवच ने रेल मंत्री की ट्रेन को सामने आ रहे इंजन से 380 मीटर दूर ही रोक दिया

Shane Warne Biography in Hindi, Death

 शेन कीथ वार्न (13 सितंबर 1969 - 4 मार्च 2022) एक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर थे। एक दाहिने हाथ के लेग स्पिनर, उन्हें व्यापक रूप से क्रिकेट इतिहास के महानतम गेंदबाजों में से एक माना जाता था, और सन 2000 में, उन्हें क्रिकेट विशेषज्ञों के एक पैनल द्वारा पांच विजडन क्रिकेटर्स ऑफ द सेंचुरी में से एक के रूप में चुना गया था, जो एकमात्र विशेषज्ञ थे।  शेन कीथ वार्न करिएर  वार्न ने अपना पहला टेस्ट मैच 1992 में खेला और टेस्ट और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (एकदिवसीय) में 1,000 से अधिक विकेट लिए। वॉर्न के 708 टेस्ट विकेट 2007 तक टेस्ट क्रिकेट में किसी भी गेंदबाज द्वारा लिए गए सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड था। उन्हें 1994 के विजडन क्रिकेटर्स अल्मनैक में विजडन क्रिकेटर्स ऑफ द ईयर के रूप में नामित किया गया था,  और 1997 और 2004 में विश्व में विजडन लीडिंग क्रिकेटर थे। एक उपयोगी निचले क्रम के बल्लेबाज, वार्न ने 3,000 से अधिक टेस्ट रन बनाए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के साथ-साथ, वार्न ने अपने गृह राज्य विक्टोरिया के लिए घरेलू क्रिकेट और हैम्पशायर के लिए अंग्रेजी घरेलू क्रिकेट खेला। वह 2005 से 2007 तक तीन सीज़न क

तिरंगे का इस्तेमाल वीसा की तरह हो रहा है Ukrane में

हवा में 1100 किमी प्रति घन्टे की रफ्तार से उड़ते हुये यूक्रेन को तबाह करने आये सुखोई-25 MKI विमानों के पायलट नें जब देखा कि नीचे जो बस चल रही है उस पर भारत का तिरंगा लगा है, तो 8 घंटे तक उस 40 किमी की सड़क पर कोई हमला नहीं किया जिससे भारतीय दल युद्धक्षेत्र से सुरक्षित दूर निकल जाये।  इतनी तेज रफ्तार पर भी तिरंगे की एक झलक मात्र - यमदूत की उंगलियों को ट्रिगर से दूर करने का माद्दा रखती है-- भारत का झण्डा इतना शक्तिशाली और प्रभावशाली हो चुका है वैश्विक स्तर पर।  जहां अमेरिकी, ब्रिटिश, जर्मन, फ्राँस जैसी दुनिया की सबसे शशक्त सरकारों नें अपने नागरिकों को यूक्रेन से निकालना असंभव बताते हुए निरीह छोड़ दिया है, और पोर्किस्तान जैसे तमाम देशों के नागरिकों को तो कोई गिनने को ही तैय्यार नहीं है, वहाँ भारत का मात्र झण्डा ही आपकी सुरक्षा की गारंटी है। 

Why People go to Ukrane for higher studies?

 यूक्रेन में MBBS का सच― कभी कश्मीर जाईये गली-गली मे डाॅक्टर और डेंटल सर्जन बैठे है हर मेडिकल स्टोर के अंदर बने केबिन मे एक डाॅक्टर साहब विराजमान मिलेंगें MBBS ड्रिग्री धारी ...… कभी गुडगाँव में "मेदांता द मेडिसिटी" हो आईये बाकायदा हिजाबधारी लड़कियां और दाढ़ीयुक्त मोमिन डाॅक्टर मिलेंगे ...… कभी मूड हो तो थोड़ी पड़ताल कर लेना सब के सब बांग्लादेश जाकर डाॅक्टरी पढ़े है बचे खुचे वुहान (चीन) या फिर यूक्रेन, जाॅर्जिया और रशियन फेडरेशन के देशों के मेडिकल काॅलेजों से ...… कश्मीरियों में तो एक परम्परा ही बन गई है "हलाल डिग्री" लेने की जो केवल बांग्लादेश में मिलती है ये हलाल डिग्री वाले डाॅक्टर इतने एक्सपर्ट डाॅक्टर है कि बगैर MCI का एग्जाम पास किये प्रैक्टिस करते है कश्मीर में इंडिया के नाम से ही चिढ़ हो तो मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया गई तेल लेने भारत सरकार तक चूँ ना करे ...… बेखौफ बेलौस प्रेक्टिस करते है "बांग्लादेश" से हलाल डिग्री लेकर आये डाॅक्टर साहब राज्य सरकार भी सबसे ज्यादा वरीयता बांग्लादेश से डिग्री लेकर लौटे दढ़ियलों को ही देती है ...… यही हाल यूक्रेन, जाॅर्जिया, र

Why Poland is helping India?

 युद्धग्रस्त यूक्रेन छोड़ रहे भारतीयों की पोलैंड कर रहा है मदद : कभी जामनगर के महाराजा ने अनाथ पोलिश बच्चों को दी थी शरण― ◆ यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने में पोलैंड कर रहा है मदद बिना वीजा के अपने देश में दे रहा है एंट्री। ◆ गुजरात के महाराजा जाम साहब दिग्विजयसिंह जी रणजीतसिंह जी भारतीय राजा जिसने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान पोलैंड के हजारों बच्चों और महिलाओं को बचाया था। ◆ गुजरात के महाराजा जाम साहब दिग्विजयसिंह जी रणजीतसिंह जी का नाम जितना बड़ा है उतना ही बड़ा उनका कद है। ◆ भारत में ही नहीं विदेशों में भी इस राजा का नाम सम्मान से लिया जा जाता है पोलैंड में तो उनके नाम पर कई सड़कों और योजनाओं के नाम रखे गए हैं। ◆ महाराजा जाम साहब दिग्विजय सिंह 1933 से 1984 तक नवानगर के महाराजा रहे उनकी एक पहचान यह भी है कि वो भारत के मशहूर क्रिकेटर रणजीत सिंह जी के भतीजे थे। ◆ लंदन से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वो 1921 में ब्रिटिश सेना का हिस्सा बने थे अपनी कार्यकुशता के कारण वो आगे लेफ्टिनेंट के रूप में पदोन्नत भी हुए। ◆ महाराजा दिग्विजय सिंह को पोलैंड में लोग मसीहा के रूप में इसलिए देखते है