फिल्म 26/11 में जो सवाल अक्सर पूछा जाता है दर्शकों द्वारा और होटल में मौजूद कर्मियों द्वारा की आखिर उस रात क्या हुआ था जब मुंबई पर अटैक हुआ? आखिर क्यों राष्ट्रीय सुरक्षा पहरेदार (नैशनल सिक्योरिटी गार्ड) NSG जो की उस समय दिल्ली एयरपोर्ट के पास मानेसर में ही मौजूद थे, फिर भी उनको इतना समय लगा? मुंबई पहुंचने में की सुबह हो गई???
किसने रोककर रखा था, तो पता चलता है स्वयं कांग्रेस के गृहमंत्री शिवराज पाटिल ने मतलब साफ है खूनी खेला आलाकमान के इशारे पर सुनियोजित तरीके से चलता रहा?
अंततः खुलासा हो गया वो भी इतने बड़े सरकारी अधिकारी द्वारा, जो बताता है की इतने बड़े नुकसान और लोगों की जान जाने की असली वजह आतंकवादी नहीं उनको रोकने में समर्थ एनएसजी को लटकाए रखने वाला भूतपूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल था और भ्रष्ट गद्दार कांग्रेस सरकार?
आज क्योंकि मोदी सरकार है तो इसका खुलासा किया है खुद उसे समय गृह मंत्रालय में अंडर सेक्रेटरी रहे आरवीएस मणि ने। वरना अन्य तमाम दंगो, नरसंहार और आतंकवादी खूनी खेलों और कॉमन वेल्थ के नाम पर हुई खुल्ली लूट की तरह ये भी दबा रह जाता?
सुनकर घृणा आती है डायन भी सात घर छोड़ती है पर कांग्रेस यूपीए तो जिस थाली में खा रही है उसी में 72 छेद कर रही है?
गृह मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी ने आखिरकार खुलकर कन्फेस किया, बंद दरवाजों के पीछे का वो घिनौना कांग्रेसी सरकारी पाटिल सच जो पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब एंड कंपनी को मुंबई में अप्रत्यक्ष तौर पर पकड़े ना जाने के लिए मदद ही कर रही थी
एक जरूरी बात और इसी कांग्रेसी अगाड़ी गठजोड़ के इशारे पर परमबीर सिंह ने पकड़े जाने पर कसाब के पास मिले फोन को नष्ट कर दिया था? कर्नल पुरोहित और साध्वी प्रज्ञा का निर्मम टॉर्चर करने वाला गद्दार भी यही था, इसको सजा कब मिलेगी? क्या सरकारी गवाह बनकर बच जायेगा?
इस सच को इतना फैलाओ की देश के बच्चे बच्चे को पता चलना चाहिए की आज तक वो एक ऐसी सरकार को वोट करते रहे, सरकार समझते रहे जो दरअसल एक विदेशी आतंकवादी भारत विरोधी सिंडिकेट है और जिसका काम देश को लूटना और निर्दोष नागरिकों को हत्या करवाना रहा।
कहावत हैं एक जैसे पंखों की चिड़िया एक साथ उड़ती हैं ऐसे में यूपीए की सफेदपोश कांग्रेस सरकार यानी यूनाइटेड प्रोग्रेसिव एलायंस का साथ देने वाले महाविकास अगाड़ी महाराष्ट्र, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट केरल, वामपंथी सपा, बसपा, संजुक्ता मोर्चा पश्चिम बंगाल, सेकुलर प्रोग्रेसिव फ्रंट मणिपुर, सेकुलर प्रोग्रेसिव एलायंस तमिलनाडु, महागठबंधन बिहार, तृणमूल, ओवैसी, राजद, टीआरएस, एसडीपीआई समेत तमाम अन्य राजनैतिक दल और उनके आकाओं का भी चिट्ठा साफ तौर पर खुल जाता है
ऐसे में इस वीडियो में खुलासा सुनकर घृणा आती है इन राजनैतिक दलों के शीर्ष पर बैठे मक्कार नेताओं से जिन्होंने अपनी तिजोरी भरने के लिए देश को आतंकवादियों को बेच दिया
यही वजह है जब भी चौकीदार कहता है मैं देश नहीं झुकने दूंगा, मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश नहीं बिकने दूंगा और ना खाऊंगा ना खाने दूंगा तो पूरे के पूरे भ्रष्ट सरकारी गैर सरकारी तंत्र फिर चाहे वो पुलिस हो, प्रशासन, कोर्ट, मंत्री, मीडिया, नेता, अभिनेता, राजनैतिक, सामाजिक अथवा धार्मिक संगठनों में बैठे गद्दारों और डकैतों सभी को मिर्ची लगती है, क्योंकि यहां सेवा के लिए कोई नहीं आया सबको मेवा चाहिए, और डबल तनख्वाह तो सभी अपने अपने डबल तनख्वाह देने वाले क्षेत्रीय आकाओं का कहा बजाने की कोशिश में लग जाते हैं?
ऐसे में अब जब सच पता चल गया है तो सामान्य जनता को क्या करना है ये अब बताने की जरूरत नहीं रही! जो देश के दुश्मन हैं, वही हरामखोर चोर, उचक्के, डकैत और छिनाल गैंग ही हिंदुत्व के दुश्मन हैं! तो इन सभी का पूर्ण बहिष्कार करना है।
और जातियों के जहर को हिंदू समाज से निकाल कर जाट, गूजर, भीम, रावण, बनिया ठाकुर, दलित सवर्ण का जूतियापा छोड़कर अपनी चप्पल पहनकर वोट करना है उसको जो हिंदू धर्म और हिंदुस्तान की पहचान को रक्षा करने में समर्थ भी हो प्रतिबद्ध भी बाकी चादर, फादर, और मादरजात टुकड़े टुकड़े गैंग जहां मिले इसी चप्पल से सुताई भी कर सकते हैं बेहिचक, बिंदास हर हर महादेव
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